मौखिक भाषा

मौखिक भाषा उस भाषा को संदर्भित करती है जो बोली जाती है, यानी श्रवण द्वारा सुनी जा सकने वाली और बोलने वाले द्वारा उच्चारित की जाती है। यह वह भाषा है जिसमें व्यक्ति अपने विचार, भावनाएँ, और जानकारी को दूसरों के साथ साझा करता है।

मौखिक भाषा की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें आवाज, तान, तरीके, और भावनाएँ शामिल होती हैं, जिनसे संवाद संपन्न होता है। यह एक महत्वपूर्ण साधारित तरीका है जिससे व्यक्ति अपने विचारों और भावनाओं को दूसरों के साथ सांझा कर सकता है।

मौखिक विकास की गतिविधियां

विद्यार्थियों में मौखिक भाषा के विकास के लिए कई गतिविधियाँ की जा सकती हैं।यह गतिविधियाँ उनकी व्यक्तिगत और सामाजिक स्थिति को मजबूत करने में सहायता कर सकती हैं, साथ ही उनकी मौखिक भाषा कौशल में सुधार करने में भी मदद कर सकती हैं।

  • 1. व्याख्यान और प्रस्तुति:विद्यार्थियों को अपने विचार और भावनाएँ अन्यों के सामने रखने के लिए व्याख्यान और प्रस्तुति का अवसर देना।
  • 2. संवाद गतिविधियाँ: विभिन्न विषयों पर संवाद लेना या संवाद रचना, जिससे उनकी भाषा कौशल में सुधार हो।
  • 3. विवाद और प्रतिवाद: विभिन्न मुद्दों पर विवाद आयोजित करना, जिससे विद्यार्थियों की भाषा कौशल में वृद्धि हो।
  • 4. कथा-नाटक और रोल प्लेयिंग: कथा-नाटक आयोजित करना और रोल प्लेयिंग करना, जिससे विद्यार्थियों को विभिन्न भूमिकाओं में बोलने का अवसर मिले।
  • 5. शास्त्रीय संगीत, कविता, और किस्से: विद्यार्थियों को शास्त्रीय संगीत, कविता, और किस्से सुनाने और स्वयं गाने का अवसर देना।
  • 6. ग्रुप डिस्कशन और ग्रुप गतिविधियाँ: छात्रों को विषय-संबंधित ग्रुप डिस्कशन और गतिविधियों में भाग लेने का अवसर देना।
  • 7. रेडियो जॉकी: विद्यार्थियों को रेडियो जॉकी के रूप में कार्य करने का मौका देना, जिससे उनकी आवाज और भाषा कौशल में सुधार हो।

इन गतिविधियों का पालन करके विद्यार्थियों की मौखिक भाषा कौशल में सुधार किया जा सकता है और वे स्वतंत्र रूप से और आत्मविश्वास से बोलने में सक्षम हो सकते हैं।

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